बेहद धीमी रफ़्तार से फ़िल्म की शुरूआत होती है... पहले हिस्से में नस्लीय समस्या की गंभीरता नहीं झलकती है... फिर भी पहले हिस्से में मोहित सूरी ने इतना मसाला भरा है जो मनोरंजन के लिए काफी है... कुछ जगहों पर कहानी खिंचती हुई नज़र आती है... लेकिन अगले ही पल संभल जाती है... कॉमेडी और छिछोरापन पहले हिस्से की यूएसपी है... तो दूसरे हिस्से में कहानी उभरकर सामने आती है... नस्लीय मुद्दा खुलकर सामने आता है... लेकिन धीमी शुरूआत की वजह से इसे गंभीरता से नहीं लेते... “फैक्ट ही जी फैक्ट” डायलॉग हिट है... और ये सीरियस सीन में भी दर्शकों को कमेंट करने का मौका दे देता है...
हालांकि फ़िल्म में कोई नयापन नहीं है... इमरान हाशमी की बाकी फ़िल्मों की तरह धीरे-धीरे रफ़्तार पकड़ता है... सेक्स सीन... गानों... और कॉमेडी को हटा दिया जाए तो कहानी में कोई दम नहीं दिखता... हालांकि मोहित सूरी भारत और ऑस्ट्रेलिया दोनों का पक्ष लेने की कोशिश करते नज़र आते हैं... साउथ इंडियन फिल्मों से बॉलीवुड में एंट्री मारनेवाली नेहा शर्मा की एक्टिंग ठीक-ठाक है... वैसे नेहा शर्मा का लुक कहीं-कहीं एंजलिना जूली की तरह लगता है... और ख़ास बात ये है कि नेहा ने इमरान हाशमी के साथ कोई किसिंग सीन नहीं दिया है...
कुल मिलाकर हॉल में तो देखने लायक फिल्म नहीं है... लेकिन एक बार देखी जा सकती...
हालांकि फ़िल्म में कोई नयापन नहीं है... इमरान हाशमी की बाकी फ़िल्मों की तरह धीरे-धीरे रफ़्तार पकड़ता है... सेक्स सीन... गानों... और कॉमेडी को हटा दिया जाए तो कहानी में कोई दम नहीं दिखता... हालांकि मोहित सूरी भारत और ऑस्ट्रेलिया दोनों का पक्ष लेने की कोशिश करते नज़र आते हैं... साउथ इंडियन फिल्मों से बॉलीवुड में एंट्री मारनेवाली नेहा शर्मा की एक्टिंग ठीक-ठाक है... वैसे नेहा शर्मा का लुक कहीं-कहीं एंजलिना जूली की तरह लगता है... और ख़ास बात ये है कि नेहा ने इमरान हाशमी के साथ कोई किसिंग सीन नहीं दिया है...
कुल मिलाकर हॉल में तो देखने लायक फिल्म नहीं है... लेकिन एक बार देखी जा सकती...
3 Stars, Decent Watch, Catch on DVD
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